घरेलू रंडियां

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किशन इस उम्र में भी एक नंबर का चुदक्कड़ था और जवान चूतों का दीवाना था. मज़े की बात ये कि उसके घर में भी कुछ ऐसा ही माहौल था. एक शानदार gharelu randiya family hindi sex story पढ़िए..

किशन अपनी कार से नीचे उतरता है और सामने की बिल्डिंग मे जाकर सीधे लिफ्ट के अंदर पहुच कर 4 दबाता है और कुछ देर मे लिफ्ट 4th माले पर पहुच जाती है, सामने एक बंदा बैठा हुआ तंबाखू रगड़ रहा था और किशन को देखते ही जल्दी से खड़ा होकर सलाम करता है,

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किशन-सेठ जी अंदर है,

जी साहेब अंदर ही है, किशन सीधे दरवाजा खोल कर अंदर दाखिल होते हुए अरे क्या यार नरेश तू यहा ऑफीस मे घुसा है और मैं दो दिन से ठीक से सो नही पा रहा हू,

नरेश- अरे बैठो किशन तुम तो हमेशा ही जल्दी मे रहते हो जब कि हमारा काम है बिल्डिंग बनवाना और वह

काम तो आराम से ही होता है,

किशन- अरे मैं वह नही कह रहा हू जो तुम समझ रहे हो

नरेश- मुस्कुराते हुए, अरे मेरे दोस्त मैं सब समझ रहा हू और मैने तेरा काम भी कर दिया है, अब कुछ देर

तो अपने लंड को संभाल कर रख, अब मैं तेरे लिए रोज-रोज तो 17-18 साल की कुँवारी लोंड़िया चोदने के लिए नही ला सकता हू ना, फिर भी जुगाड़ करके एक मस्त माल का अरेंज किया है और फिर नरेश बेल बजा कर चपरासी को बुलाता है,

किशन- कही तूने उसे पहले ही चोद तो नही दिया

नरेश- अरे नही बाबा वह तो मैने तेरे लिए ही बचा कर रखा है, तेरा काम हो गया है अब ज़रा धंधे की बात

कर ले,

किशन- बोल क्या करना है

नरेश- मेरी तो एक ही इच्छा है और वह काम बस तू ही करवा सकता है

किशन-हाँ तो बोल ना

नरेश- वो जो तेरा दोस्त मेहता है उसकी एक नई सड़क पर जो ज़मीन है वह कैसे भी मुझे दिलवा दे फिर देख उस ज़मीन से मैं कहाँ से कहाँ पहुच जाउन्गा,

किशन- अबे सपने देखना छ्चोड़ दे मेहता उस ज़मीन को किसी कीमत पर नही बेचेगा

नरेश-बेचेगा वह ज़रूर बेचेगा अगर एक बार तू उससे कह दे, मैं जानता हू वह तेरी बात कभी नही टालेगा क्यो कि उसके उपर तूने एक ही इतना बड़ा एहसान कर रखा है कि वह जिंदगी भर तुझे अपना खुदा मानता रहेगा,

किशन- लेकिन नरेश मैं इतना ख़ुदग़र्ज़ नही कि उस पर किए एहसान की कीमत मांगू, सॉरी दोस्त कोई और बात होती तो मैं तेरे लिए कभी मना नही करता पर इस बात के लिए तू मुझे माफ़ कर दे,

तभी कॅबिन के अंदर एक 25 साल की मस्त खूबसूरत लोंड़िया आती है उसने एक स्कर्ट जो उसके घुटनो तक था और उपर एक शर्ट पहन रखा था उसके दूध इतने बड़े और मोटे थे कि किशन का तो लंड खड़ा हो गया और जब वह लोंड़िया थोड़ा आगे जाकर पलटी तो उसकी मोटी कसी गांड देख कर किशन ने टेबल के नीचे अपना हाथ लेजा कर अपने लंड को सहलाते हुए उसकी गुदाज गांड देखना शुरू कर दी,

नरेश- अरे पारुल ज़रा जीवन को फोन लगा कर मेरी बात कर्वाओ

पारुल- जी सर

ओर फिर पारुल ने जीवन को फोन लगा कर नरेश को दिया नरेश ने फोन लेकर पारुल से कहा ज़रा चपरासी को बोल कर दो कॉफी का बंदोबस्त कर दो,

पारुल को जाते हुए किशन पीछे मूड कर देखने लगा और उसके भारी फैले हुए चुतडो को बड़ी गौर से

देख-देख कर अपना लंड मसल रहा था,

नरेश- ओये बस कर और इधर देख

किशन- वाह नरेश क्या माल है साले कितनी मस्त लोंड़िया को तूने अपनी पीए बना रखी है,

नरेश- बहुत मस्त है क्या

किशन- खुदा कसम एक बार तू तो इसकी दिलवा दे साली को रात भर पूरी नंगी करके चोदुन्गा,

नरेश- हेलो जीवन शाम को उस लोंड़िया को साथ लेकर मेरे फार्महाउस पर आ जाना

नरेश- ले तेरा काम हो गया है और अब शाम को वह अपने ठिकाने पर आ जाएगी,

किशन- अरे नरेश उसको छ्चोड़ तू तो तेरी इस पीए को एक बार मेरी बाँहो मे भेज दे कसम से कितनी मस्त चुचिया और गांड है उसकी,

नरेश- अबे साले वह मेरी बेटी पारुल है और उसने MBA कर लिया है इसलिए उसे अपने साथ ही बिजनेस मे लगा लिया है अब मेरे सारे काम को धीरे-धीरे वह संभाल रही है,

किशन का मूह एक दम से सुख गया उससे कुछ बोलते नही बन रहा था पर फिर वह नरेश को देख कर

मुस्कुराते हुए अपने कान पकड़ कर सॉरी यार मुझे ज़रा भी नही मालूम था कि वह तेरी बेटी है,

नरेश- मुस्कुराते हुए इसीलिए तो मैने तेरी बात का बुरा नही माना तभी उनकी कॉफी आ जाती है और किशन और नरेश चुस्किया लेने लगते है, किशन का लंड अभी तक खड़ा हुआ था तभी पारुल एक बार फिर से अंदर आती है

और कुछ फिलो को उठा कर वापस जाने लगती है तभी

नरेश-सुनो बेटी

पारुल- जी पापा

नरेश- ये मेरे खास दोस्त है किशन और किशन यह मेरी एक्लोति बेटी पारुल है

पारुल- नमस्ते अंकल

किशन नमस्ते बेटा

पारुल की नशीली नज़रो और गुलाबी रस से भरे होंठो को देख कर किशन का लंड फिर से उसकी पेंट मे तन चुका था, किशन फिर से पारुल के हुस्न मे खोने वाला था तभी नरेश ने कहा अच्छा पारुल बेटी तुम जाओ

मुझे ज़रा किशन से कुछ बाते करनी है और फिर पारुल वहाँ से चली जाती है,

किशन- यार एक बात बता नरेश तेरी बेटी की उम्र करीब 25 साल तो होगी और तेरी उम्र को देख कर लगता नही है कि तेरी कोई 25 बरस की बेटी होगी,

नरेश- क्यो भाई मैं भी तो 50 टच करने वाला हू और तू भी साले बुढ्ढा होने की कगार पर ही है

किशन- हाँ हाँ ठीक है लेकिन तुझसे तो दो साल अभी छ्होटा ही हू, पर नरेश पहले कभी तेरी बेटी को यहाँ देखा नही,

नरेश- मुस्कुराते हुए लगता है तुझे मेरी बेटी बहुत पसंद आई है,

किशन- मुस्कुराते हुए नही यार वह बात नही है,

नरेश-अच्छा सुन शाम को समय से आ जाना फिर बाकी बाते मेरे फार्महाउस पर ही करेगे,

किशन-अच्छा ठीक है और फिर किशन वहाँ से उठ कर चल देता है

किशन की कार मार्केट के ट्रॅफिक से धीरे-धीरे गुजर रही थी, तभी थोडा आगे नरेश को दो मस्त लोंड़िया स्कर्ट और वाइट शर्ट पहने रोड से अपने भारी भरकम चूतड़ मतकते हुए जाते दिखी,

किशन ने जब गाड़ी थोड़ा करीब लाकर उन्हे देखा तभी एक लड़की पास के सब्जी के ठेले पर रुक कर अपनी गांड खुजलाते हुए सब्जियो के भाव पूछने लगी, किशन का लंड उसकी मोटी गांड को देख कर खड़ा हो गया और जब वह उसके बिल्कुल पास से गुजरा तो उसके होश उड़ गये वह लड़की कोई और नही बल्कि उसकी अपनी बेटी रिया थी,

रिया 18 साल की मस्त भरे बदन की लोंड़िया थी,

किशन- अरे यह तो रिया है, पर इसकी गांड कितनी मस्त हो गई है मैने तो आज तक कभी इस पर गौर ही नही किया,

किशन ने अपनी कार साइड से लगा कर अपनी बेटी की गुदाज जाँघो और उसकी गदराई गांड को अपना लंड मसल- मसल कर देखने लगा, थोड़ी देर बाद रिया उस लड़की के साथ आगे चलने लगी और किशन ने अपनी कार अपने घर की ओर चला दी,

किशन की आँखो के सामने अभी तक उसकी बेटी की गदराई मोटी गांड नज़र आ रही थी और उसका लंड पूरी तरह तना हुआ था वह जब घर पहुचा तब उसकी बहू हीना ने दरवाजा खोला, हीना जो कि 23 साल की मस्त लोंड़िया थी, दरवाजा खोलते ही हीना ने अपने ससुर को देखा और जैसे ही अपना सर झुकाया अपने

ससुर के पेंट मे बने बड़े से तंबू को देख कर वह सन्न रह गई और जल्दी से दबे पाँव अपने रूम मे चली

गई,

हीना- अरे सुनते हो तब दीपक ने उसके दूध अपने हाथो से मसल्ते हुए क्या है मेरी रानी क्यो बोखलाई हुई

हो,

हीना- लगता है तुम्हारे पापा सुबह-सुबह किसी कुँवारी लोंड़िया की उठी हुई गांड देख कर आ रहे है जाकर

देखो उनका लंड उनके पेंट को फाड़ कर बाहर आने को बेताब है,

दीपक- क्या बक रही हो रानी बेचारे पापा के बारे मे

हीना- तुम्हारी कसम दीपक मैने सच मैने उनका लंड खड़ा देखा है,

दीपक- अच्छा ठीक है अब खड़ा देख लिया तो क्या तुम्हारी चूत भी फूलने लगी है और फिर दीपक ने हीना की चूत को उसकी साडी के उपर से दबोच लिया, हीना ने नाभि के नीचे से साडी बँधी हुई थी और दीपक उसके गुदाज पेट को सहलाते हुए उसके मोटे-मोटे दूध को दबा कर

दीपक- हीना कही पापा की नज़र तुम्हारे इन कसे हुए चुचो पर तो नही पड़ गई, पापा से बच के रहना तुम

नही जानती वह कितने बड़े चुड़क्कड़ है, अभी जब बुआ मम्मी के साथ बाजार से लॉट कर आएगी तब देखना पापा का हाल,

हीना- तुम्हारी बुआ भी तो छीनाल कितनी बड़ी रंडी लगती है हर दो महीने मे अपनी मोटी गांड उठा कर चली आती है, कहती है बेटे को तो हॉस्टिल मे डाल दिया है और पति दुबई चला गया है अब घर मे कोई नही है तो सोचा भैया भाभी के यहाँ थोड़ा समय गुज़ार लू,

दीपक- अब छ्चोड़ो भी और क्या तुम जब देखो कही कपड़े धोने का काम कही उन्हे उठा कर फिर जमा-जमा कर रखने का काम तुम्हे मेरे लिए तो टाइम ही नही मिलता है हीना- अच्छा तुम यह कपड़े उस अलमारी मे डाल दो मैं पापा को पानी दे कर आती हू और फिर हीना बाहर चली जाती है,

दीपक बैठे-बैठे धोए हुए कपड़े घड़ी करने लगता है और उसकी नज़र एक गुलाबी कलर की छ्होटी सी पेंटी पर चली जाती है, तभी हीना दीपक के हाथ मे वह पेंटी देख लेती है,

दीपक – अरे हीना यह छ्होटी सी पेंटी किसकी है

हीना- मुस्कुराते हुए अब जान बुझ कर अंजान मत बनो जैसे अपनी बहन रिया की पेंटी नही पहचानते हो

दीपक – यह रिया की पेंटी है, कितनी छ्होटी सी है ना

हीना- रिया की पेंटी को थोड़ा फैला कर दीपक को दिखाते हुए लो देख लो अपनी बहन की पेंटी और सोचो कैसी लगती होगी तुम्हारी बहन इस पेंटी मे

दीपक- मुस्कुराते हुए तुम भी ना हीना

हीना- दीपक का लंड उसकी लूँगी के उपर से पकड़ लेती है जो पूरी तरह तना हुआ था, क्यो यह मोटा डंडा अपनी बहन की पेंटी देख कर इस तरह तन गया है ना, बोलो बोलो

दीपक- रिया का मूह पकड़ कर चूमते हुए मेरी रानी लगता है तुमने पापा का लंड सचमुच खड़ा देख

लिया है तभी इतनी चुदासी हो रही हो,

हीना-दीपक के लंड को कस कर पकड़े हुए अपनी बहन की नंगी चूत चाटने का मन कर रहा है ना तो आओ ना मुझे ही रिया समझ कर थोडा चोद लो

दीपक- हीना को बेड पर लेटा कर उसकी चूत को उसकी पेंटी सरका कर चाटने लगता है

हीना- हाय मेरे राजा अब बताओ कैसी लग रही है तुम्हे अपनी बहन की चूत और चॅटो खूब कस कर चाट लो

दीपक अपनी बीबी की चूत को खूब फैला-फैला कर चाटने लगता है और जब हीना उसे यह कहती है कि अपनी बहन रिया की चूत को खूब कस-कस कर चॅटो तो वह बिल्कुल पागला हो जाता है और अपनी बीबी की चूत उसे अपनी बहन रिया की गुलाबी चूत नज़र आने लगती है,

दीपक और हीना का रूम ऐसा था कि उनके बेड के पास की खिड़की से बाहर बैठक का सारा नज़ारा नज़र आता है,

तभी दीपक की मम्मी रौशनी जो कि पूरी तरह भरे बदन का माल थी और 40 के उपर थी और उसके साथ दीपक की बुआ सुजाता भी अंदर आ जाती है,

रौशनी- भाई मैं तो थक गई और अब मुझसे बैठा नही जाएगा मैं तो जाकर थोड़ी देर लेट जाती हू

दीपक और हीना खिड़की से बैठक का नज़ारा देख रहे थे और रौशनी वहाँ से अपने रूम मे चली जाती है,

सुजाता अपने भाई किशन के पास बैठ कर उसकी जाँघो पर हाथ रख लेती है, किशन अपनी बहन सुजाता के हाथो से बॅग लेते हुए

किशन- क्यो सुजाता क्या खरीद लाई

सुजाता -कुछ नही भैया भाभी कुछ कपड़े लेकर आई है

किशन -किसके कपड़े है,

सुजाता- अरे हीना और रिया के लिए है

किशन -अच्छा दिखाओ तो

सुजाता -अरे भैया तुम क्या करोगे देख कर उसमे मेरी ब्रा और पेंटी भी रखी है,

किशन- सुजाता के रसीले होंठो को देखते हुए तो क्या मैं तेरी पेंटी और ब्रा नही देख सकता

सुजाता- धीरे से अरे कही भाभी ना आ जाए और फिर सुजाता धीरे से अपना हाथ आगे बढ़ा कर किशन के

लंड को लूँगी मे हाथ डाल कर पकड़ लेती है, हीना अपने ससुर के मोटे लंड को पकड़े देख मस्त हो जाती है और उधर दीपक अपनी बुआ की गदराई जवानी उसका साडी के साइड से उठा हुआ पेट और बड़े-बड़े दूध देख कर उसका लंड झटके मारने लगता है,

किशन- बॅग मे से पेंटी निकाल कर अपने मूह से लगा कर सूंघ लेता है

सुजाता- अरे भैया वह तो तुम्हारी बेटी रिया की पेंटी है जिसे तुम सूंघ रहे हो

किशन- अच्छा ठीक है और फिर किशन दूसरी पेंटी उठा कर उसे सूंघने लगता है

सुजाता -अरे भैया वह तुम्हारी बहू हीना के लिए लाए है, और तुम हो कि अपनी बहू की पेंटी को सूंघ रहे

हो,

बुआ की बात सुन कर हीना की चूत से पानी आ जाता है जब उसका ससुर उसकी पेंटी को सुन्घ्ता है तो उसे एक पल केए ऐसा लगता है जैसे पापा जी उसकी खुद की चूत को सूंघ रहे हो,

किशन अब अगली पेंटी सूंघ कर सुजाता से पूछता है क्यो बहन यह तो तुम्हारी है ना

सुजाता- उसके हाथ से पेंटी छिनते हुए यह मेरी और भाभी की दोनो की है

किशन-चौक्ते हुए दोनो की मतलब

सुजाता उठ कर जाते हुए मतलब यह कि मैं और भाभी एक दूसरे की बदल-बदल कर पहनती है,

किशन-अरे सुन तो कहाँ जा रही है देख तेरे भैया कैसे बुला रहे है तुझे और किशन अपने लंड को निकाल

कर सुजाता को दिखाता है और सुजाता उसे अपना अगुठा दिखाते हुए, मैं भी भाभी के साथ जाकर सोउंगी,

हीना-हाय राम मैं ना कहती थी तुम्हारे पापा ज़रूर इस कुतिया बुआ को खूब कस कर चोद्ते होंगे

दीपक-हाँ मुझे तो यकीन नही हो रहा है कि बुआ इस तरह से पापा का लंड चूस लेगी

तभी हीना दीपक लंड पकड़ कर हाय मेरे राजा अब यह क्यो ताव खा रहा है कही इसे अपनी बुआ के चूतड़ तो नही पसंद आ गये है, मैं देख रही हू आज कल तुम्हारा लंड अपनी बुआ अपनी बहन और खास कर अपनी मम्मी रौशनी की मोटी गांड देख कर बड़ा जल्दी खड़ा होता है,

दीपक- उसकी चूत के अंदर अपनी एक उंगली डाल कर हिलाते हुए, लगता है मेरी रानी आज पापा का लंड देख कर बहुत पानी छ्चोड़ रही है,

हीना- तुम ऐसे नही मनोगे और फिर हीना उठ कर रिया की पेंटी पहन कर दीपक को अपनी चूत और

मोटी गांड उठा-उठा कर दिखाने लगती है और कहती है लो मेरे साजन अब देखो कैसी लगती है इस पेंटी मे

तुम्हारी जवान बहन, और अपनी गांड को झुका कर दीपक दिखाती हुई, लो राजा चॅटो अपनी बहना की मोटी और गुदाज गांड को, लो राजा देख क्या रहे हो तुम जल्दी से अपनी बहन की गांड मार लो नही तो पता चला पापा ने रिया को चोद दिया और तुम उसकी कुँवारी चूत फाड़ने के लिए तरसते ही रह गये,

हीना के मूह से इतना सुनना था कि दीपक ने उसकी पेंटी को उसकी गांड से साइड मे करके अपने तने लंड को अपनी बीबी की चूत मे पीछे से एक झटके मे ही अंदर उतार दिया,

हीना बड़ी चतुर थी उसने अपना मूह उस थोड़ी सी खुली खिड़की की ओर कर रखा था जिससे उसे पपाजी का लंड आसानी से नज़र आ जाए जिसे वह अभी भी बैठे-बैठे सहला रहे थे, इधर दीपक अपनी आँखे बंद किए हुए रिया की मोटी गांड को याद कर-कर के अपनी बीबी की चूत मार रह रिया- अपनी चूत मसल्ते हुए, भाभी आप दोनो की बातो से मेरी चूत बहुत पानी छ्चोड़ रही है, भैया एक बार मुझे भी अपनी मम्मी समझ कर चोदोगे,

दीपक- अपनी बहन रिया के ठोस दूध को अपने मूह मे भर कर चूसने लगता है और हीना कहती है ले रिया तेरे भैया तुझे अपनी मम्मी समझ कर तेरे मस्त चुचो को पी रहे है, रिया अपने दूध को अपने हाथो से दबा-दबा कर अपने भैया के मूह मे डालती हुई कहती है ले बेटा दीपक अपनी मम्मी के दूध पी ले फिर तेरी मम्मी तुझे अपनी चूत खोल कर भी पिलाएगी,

दोनो ही कमरो मे चुदाई का मस्त महॉल था और औरत और मर्द के जनाना अंगो से उठती गंध ने पूरे महॉल को नशिला कर दिया था, पापा अपने मोटे लंड को अपनी बहन की गांड मे दल-दल कर उसे मस्त कर देते है बुआ ज़ोर-ज़ोर से अपनी गांड पीछे की ओर मारती हुई खूब सीसीयाने लगती है, तभी बुआ मम्मी की जाँघो को पकड़ कर अपने मूह की ओर खिच लेती है और मम्मी की पाव रोटी की तरह फुल्ली चूत को चाटते हुए अपने भैया का लंड अपनी गांड मे गहराई तक लेने लगती है, इधर हीना भी रिया की चूत मे दो उंगलिया डाल कर हिलाने लगती है,

तभी दीपक एक करारा धक्का हीना की चूत मे मार देता है और हीना पापा के लंड को देखती हुई ओह पापा कह कर झड़ने लगती है उधर बुआ की गांड मे जब पापा एक तगड़ा झटका जड़ तक मार देते है तो बुआ मस्त होकर मम्मी की चूत के छेद मे अपनी जीभ डाल देती है, मम्मी अपनी चूत का पानी बुआ को चटाते हुए झाड़ जाती है और बुआ पापा के लंड से निकले पानी को अपनी मोटी गांड मे पूरा निचोड़ लेती है,

हीना और रिया दीपक के लंड का पानी एक साथ चाटने लगती है और चाट-चाट कर दीपक के लंड को पूरा चमका देती है,

उस चुदाई के बाद पापा बुआ और मम्मी को लेकर बॅड पर लेट कर दोनो रंडियो को अपनी बाँहो से चिपका कर लेट जाते है और इधर तीनो थक जाने के कारण बॅड पर जाकर चिपक कर लेट जाते है, दीपक अपनी बहन और बीबी को चूमता रहता है और हीना और रिया बारी-बारी से दीपक के लंड और गोटू से खेलती रहती है,,

सुबह-सुबह किशन अपने ऑफीस जा चुका था और दीपक और रिया और उसकी मम्मी रौशनी बैठक रूम मे बैठक कर चाइ पी रही थी, और दूसरी और बुआ जाकर हीना के रूम मे हीना से बाते करने लगी और हीना अपने रूम की सफाई करती हुई बुआ से बाते कर रही थी,

बुआ- बड़े गौर से हीना के उठे हुए चुतडो को देख कर बोली, बहू रानी जब तुम यहाँ आई थी तब एक दुबली पतली और लंबी सी लोंड़िया लगती थी और अब तुमने अपने इन भारी चुतडो को कभी गौर से देखा है कितने फैल गये है, ल्गता है दीपक दिन भर तुम्हारे चुतडो मे ही अपना मूह घुसाए रहता है,

हीना- मुस्कुराते हुए, बुआ जी मेरे चूतड़ आपकी मोटी और गुदाज गांड से तो छ्होटे ही है,पर आप कभी नही बताती कि आपकी गांड इतनी चौड़ी कैसे हुई है

बुआ- बहू मैं तो खाते पीते घर की हू इसलिए मेरी गांड बहुत मोटी हो गई है,

हीना- नही बुआ जी खिलाई पिलाई तो हमारे पापा ने भी हमारी खूब अच्छे ढंग से की है पर हमारे चूतड़

तो इतने नही बढ़े,

बुआ- बेटी कुछ औरतो पर उनके बाप की खिलाई पिलाई का असर नही होता है अब देखना जब तुम अपने ससुर का माल खओगि तब देखना तुम्हारे चुतडो का साइज़ मेरे जैसा हो जाएगा, पहले तेरी सास रौशनी की गांड भी इतनी मोटी नही थी फिर भैया ने जब उन्हे अपना माल खिलाया अब तुम खुद ही देख रही हो की तुम्हारी सास की गांड कितनी गुदाज और ठोकने लायक हो रही है,

बुआ- अच्छा बहू तेरे पापा तुझे बहुत प्यार करते है क्या,

हीना- मुस्कुराते हुए, बुआ मैं तो आज भी जब पापा के पास जाती हू तो वह मुझे अपनी गोद मे बैठा कर

मुझे खूब प्यार करते है,

बुआ- हाय राम तू इतनी बड़ी घोड़ी है उसके बाद भी तेरे पापा तुझे अपनी गोद मे चढ़ा लेते है,

हीना- हस्ते हुए क्यो मैं तो फिर भी छ्होटी हू आप तो 40 पार कर रही है और आज भी अपने भारी चुतडो के

साथ अपने भैया की गोद मे बैठ जाती हो,

बुआ- सकपकाते हुए तूने कब देख लिया मुझे भैया की गोद मे बैठे हुए,

हीना- मुस्कुराते हुए मैने तो वह भी देखा था जो आपने भैया के पास बैठ कर अपने हाथ मे पकड़

रखा था और उसे बड़े प्यार से सहला रही थी,

बुआ- चुप कर रंडी तूने कैसे देख लिया मुझे तो यकीन नही हो रहा है,

हीना- बुआ इसमे तुम्हारी कोई ग़लती नही है तुम्हारे चूतड़ है ही इतने भारी की कोई भी देखे उसका लंड खड़ा हो जाए, यहा तक कि दीपक तो आपके बेटे जैसा है ना

बुआ- हाँ वह मेरा बेटा ही है

हीना- आपका दीपक भी आपके भारी चुतडो को देख-देख कर बहुत मस्त हो जाता है,

बुआ- मूह फाडे हुए क्या, क्या दीपक ने मेरे बारे मे तुझसे कुछ कहा है

हीना- बुआ वह तो आपको चोदने के लिए तड़प रहा है, कहता है एक बार बुआ को पूरी नंगी करके अपने सीने से चिपका ले तो उसका ख्वाब पूरा हो जाए,

बुआ- मंद-मंद मुस्कुराते हुए चल झूठी कही की, मुझे बुध्धु बना रही है,

हीना- आप की कसम बुआ मैं झूठ नही बोल रही हू और उनका लंड भी पापा के लंड के जैसा ही दिखता है बिल्कुल टू कॉपी नज़र आता है, कल रात को ही जब वह मुझे चोद रहे थे तो जानती हो उनके मूह से क्या शब्द निकल रहे थे, हाय बुआ कितनी टाइट गांड है तुम्हारी कितनी फूली चूत है तुम्हारी, जब मैने कहा दीपक मैं हीना हू तब उन्होने कहा, मेरी रानी आज तुम मुझे बुआ की तरह नज़र आ रही हो कुछ देर के लिए यह समझ लो कि तुम मेरी बुआ हो,

सुजाता की चूत हीना की बात सुन कर गीली हो जाती है और वह अपनी चुस्त सलवार पहने पिछे की ओर दीवार से टिक कर अपने दोनो पेरो के घुटनो को मोड हुए बैठी रहती है उसकी जाँघो की जड़ो मे जहाँ उसकी फूली हुई चूत का उभार उसकी सलवार से साफ नज़र आ रहा था वह हिस्सा पूरा गीला हो चुका था और हीना की नज़र जैसे ही बुआ की फूली हुई सलवार पर पड़ी तो हीना ने एक दम से बुआ की बुर को उसकी सलवार के उपर से दबोच लिया..

बहु तो बुआ को अपने शिकंजे में फांस चुकी है, और बुआ भी अपनी चूत गीली कर चुकी है. अब देखते है किशन का परिवार और क्या गुल खिलाता है इन family hindi sex stories में..

सुजाता की चूत हीना की बात सुन कर गीली हो जाती है और वह अपनी चुस्त सलवार पहने पिछे की ओर दीवार से टिक कर अपने दोनो पेरो के घुटनो को मोड हुए बैठी रहती है उसकी जाँघो की जड़ो मे जहाँ उसकी फूली हुई चूत का उभार उसकी सलवार से साफ नज़र आ रहा था वह हिस्सा पूरा गीला हो चुका था और हीना की नज़र जैसे ही बुआ की फूली हुई सलवार पर पड़ी तो हीना ने एक दम से बुआ की बुर को उसकी सलवार के उपर से दबोच लिया..

बुआ- एक दम से अपनी जाँघो को मिलाते हुए, हाय दैया बहू क्या कर रही है पागल हो गई है क्या,

हीना- बुआ जी आपने सलवार के अंदर पॅंटी नही पहनी है ना,

बुआ- हाँ बहू तभी तो मेरी सलवार वहाँ से गीली हो गई,

हीना- बुआ की फूली हुई चूत को दबाती हुई बुआ तुम जानती हो दीपक को तुम्हारी उमर की औरतो की फूली हुई चूत बहुत अच्छी लगती है, और तुम्हारी चूत को देखो यह इतनी गुदाज पाव रोटी की तरह फुल्ली है कि सच बुआ दीपक अगर इस समय तुम्हारी इस फुल्ली बुर को देख ले तो अपना मोटा लंड एक धक्के मे ही तुम्हारी बच्चेदनि से भिड़ा दे,

हीना की बातो से बुआ की चूत से और भी पानी आने लगता है, हीना बुआ की चूत को सहलाते हुए जब अपनी उंगली उसकी बुर के उपर हल्के से दबाती है तो अचानक बुआ की सलवार की सिलाई वहाँ से उधाड़ जाती है जहाँ पर उसकी मस्त चूत फूली हुई नज़र आ रही थी,

हीना बहुत खुराफाती तो थी ही उसने जब देखा कि बुआ की सलवार थोड़ी सी उसकी चूत के यहाँ से फटी है तो हीना ने बुआ से चिपकते हुए कहा बुआ तुम्हारी चूत का साइज़ बराबर दीपक के लंड के लायक है और फिर हीना धीरे से बुआ की सलवार की सिलाई को और भी उधेड़ देती है, तभी हीना अपनी एक उंगली बुआ की मस्त बुर के गुलाबी छेद मे एक दम से पेल देती है और बुआ आह हीना क्या कर रही है,

बुआ हीना के उंगली डालने से मस्त हो जाती है और हीना आराम से बुआ की दोनो जाँघो को फैला कर उसकी सलवार उसकी चूत के पास से अच्छे से फाड़ कर ऐसी कर देती है की बुआ की पूरी खुली हुई गुलाबी चूत और उसका छेद साफ नज़र आ रहा था,

हीना बुआ की चूत मे अपनी तीन उंगलिया डाल कर आगे पिच्चे करती हुई बोलो ना बुआ कैसा लग रहा है

बुआ- बहुत अच्छा लग रहा है बेटी आह सी आह हीना- बुआ दीपक का मोटा लंड चुसोगी,

बुआ- आह पर कैसे बेटी वह क्या चूसने देगा

हीना- तुम एक बार हाँ तो कहो बुआ उसे तो तुम्हे चोदना भी पड़ेगा और जब वह तुम्हे नंगी करके चोदेगा

तब देखना तुम्हे पूरी मस्त कर देगा,

बुआ- लेकिन कैसे बेटी

हीना बुआ की चूत से अपनी उंगली निकाल कर उसे कान मे कुछ समझाती है

बुआ- नही हीना कही दीपक कुछ ग़लत समझ लेगा तो

हीना- अरे भाई जब मैं खुद आपके साथ हू तो आप फिकर क्यो कर रही हो उसके बाद हीना बाहर चली जाती है और सुजाता वही दीवार से पीठ लगाए अपने दोनो पेरो को लंबा करके एक के उपर एक टांग रख कर बैठी रहती है ,

हीना बाहर जाकर देखती है तो उसकी सास और रिया कही जाने के लिए तैयार थी हीना ने पुछा तो रौशनी

ने कहा बेटा मेरा भाई बहुत दिनो बाद आ रहा है इसलिए हम उसे स्टेशन लेने जा रहे है तुम लोग खाना खा

लेना हमे थोड़ी देर हो जाएगी,

उनके जाने के बाद हीना दीपक के पास आकर चलो कमरे मे आज तुम्हे बुआ की चूत का मज़ा दिल्वाति हू बस डरना मत और हिम्मत करके आज बुआ को चोदना है मोका बड़ा अच्छा है मैं बाहर का गेट लगा कर आती हू

दीपक अपने रूम मे आकर बुआ के पेरो की तरफ बैठने लगता है और बुआ एक दम से अपने पेर सिकोड कर अपने पेरो के दोनो घुटने मोड़ लेती है वह जैसे ही घुटने मोड़ती है उसकी फूली हुई चूत एक दम से खुल कर उसकी फटी सलवार से साफ दिखने लगती है और दीपक अपनी बुआ की मस्तानी चूत को अपने इतने करीब से देख कर एक दम से मस्त हो जाता है,

बुआ जब दीपक के चेहरे की तरफ देखती है तो वह समझ जाती है कि दीपक ने उसका मस्त भोसड़ा देख लिया है,

बुआ- किसी जनम्जात रंडी की तरह मुस्कुरा कर क्या हुआ दीपक मम्मी कहाँ गई

दीपक- बुआ वो मेरे मामा है ना चंदू वह आ रहे है इसलिए मम्मी उन्ही को लेने गई है बुआ- मैने सुना है तेरे मामा से तेरी बहुत बनती है,

हीना- चाइ देते हुए अरे बुआ जी वो क्या है ना दीपक के मामा दीपक से 7 साल बड़े है पर कुछ बाते इन दोनो की इतनी मिलती है कि यह साथ रहते-रहते दोस्त की तरह बन गये अब इन्हे देखिए ये अपने मामा से अपनी सभी बाते शेर कर लेते है और इनके मामा भी इन्हे हर बात बता देते है,

बुआ- हस्ते हुए बहू कुछ बाते ऐसी भी होती है जो कोई किसी को नही बताता है,

हीना- हस्ते हुए बुआ जी हम भी तो नही जानते थे कि आप पापा से इतना प्यार करती है,

बुआ- मुझसे तेरे पापा ही नही तेरा पति भी बहुत प्यार करता है, क्यो दीपक

दीपक- बुआ मेरी तो दो-दो मम्मी है एक मम्मी और दूसरी आप

हीना- हस्ते हुए, दीपक पापा की भी तो दो-दो बिबिया है,

बुआ-मुस्कुराते हुए तुम दोनो बहुत बदमाश हो अपनी बुआ के मज़े ले रहे हो

हीना- अरे नही बुआ हम आपके मज़े नही ले रहे है बल्कि हम दोनो तो आपके बच्चे है और आपको पूरा

मज़ा देना चाहते है क्यो दीपक चलो बुआ को तुम अपनी मम्मी समझते हो ना तो उनके पेरो को थोडा दबाओ जैसे अपनी मम्मी के पेरो को दबाते हो और फिर हीना भी बुआ की एक टांग पकड़ कर दबाने लगती है,

बुआ- अरे नही बेटा रहने दे

दीपक- अरे तो क्या हुआ बुआ आप मेरी मम्मी समान है तो क्या मैं आपके पैर नही दबा सकता और फिर एक तरफ हीना और दूसरी और दीपक बुआ की एक-एक टांग पकड़ कर उसे फोल्ड करके दबाने लगते है,

दीपक की नज़रे बुआ की मस्त फूली हुई चूत पर थी जो फटी सलवार से पूरी तरह बाहर आ चुकी थी, हीना बुआ की मोटी जाँघो को मसल्ते हुए उसके पैरो को और चौड़ा कर रही थी और बुआ अपनी आँखे बंद किए मंद-मंद मुस्कुरा रही थी,

दीपक ने बुआ की मोटी और गुदाज जाँघो को अपने हाथो मे भर रखा था और बुआ की पाव रोटी की तरह फूली हुई चूत देख कर सोच रहा था कि उसकी मम्मी रौशनी की चूत कैसी होगी, रौशनी का नंगा बदन भी पूरा बुआ के नंगे बदन की तरह ही है तब तो मम्मी की बुर भी इसी तरह फूली हुई होना चाहिए,

अपनी मम्मी की चूत को इतना करीब से अगर देखना हो जाए तो उसका मज़ा ही कुछ और होता है,

दीपक अपनी बुआ की बुर देख कर अपनी मम्मी की यादो मे खोया हुआ था और हीना दीपक की स्थिति को भाँप गई थी और ऐसे मोके पर वह दीपक को और भी उत्तेजित करके अपने पति को ज़्यादा मज़ा दिलाने की कोशिश करती है,

हीना- बुआ मम्मी तो आप से उमर मे बड़ी है ना पर दिखती वो बिल्कुल आप की उमर की है आप दोनो जब पापा के साथ खड़ी होती हो तो दोनो उनकी बिबिया लगती हो,

बुआ- अरे बहू तेरी मम्मी रौशनी का बदन थोड़ा कसा हुआ है और कुछ नही पर पेट तो उनका मुझसे भी ज़्यादा बाहर निकला हुआ है,

हीना- बुआ की जाँघो को उपर तक भिचते हुए, पर बुआ जी लगता तो वही पेट सुंदर है ना, मेरा कहने का

मतलब है कि जब औरत 40 पर करने लगे तो उसका पेट जितना उठ कर उभरेगा वह उतनी ही मस्त नज़र आएगी,

और एक बात और भी है बुआ जिन औरतो का पेट उठा हो और गहरी नाभि पेटिकोट और साडी के बाहर दिख रही हो ऐसी औरतो के पिछे मर्द बहुत भागते है,

बुआ- अरे बहू मर्दो का क्या है कैसी भी दे दो वह तो मा चुदवा ही लेगे ना,

हीना-हस्ते हुए बुआ अब गरम हो गई हो तो उतार दो ये सलवार कुर्ता और हो जाओ पूरी नंगी,

बुआ- तेरा मरद बैठा है तेरे सामने तू क्यो नंगी नही हो जाती है,

हीना- ठीक है तुम कहती हो तो मैं ही नंगी हो जाती हू और फिर हीना ने अपने एक-एक कपड़े उतारने चालू कर दिए, बुआ मूह फाडे हीना की ओर देख रही थी,

और अंत मे हीना ने अपनी गुलाबी पैंटी को दूसरी ओर मूह करके अपनी गुदाज गांड दिखाते हुए उतार दिया,

दीपक अपनी जगह पर बैठा अपनी मस्तानी बीबी के नंगे बदन को देखते हुए बुआ जी की जाँघो की जड़ो को सहला रहा था,

बुआ जी का गला सूखने लगा था और उसकी चूत से पानी आना शुरू हो रहा था,

हीना अपनी चिकनी फूली बुर को दिखाती हुई बुआ के पास आ जाती है और बुआ की जाँघो को चौड़ा करके बुआ की चूत मे हाथ मारते हुए अरे बुआ जी तुम्हारी तो चूत दिख रही है,

हीना का इतना कहना था कि दीपक ने बोला कहाँ है चूत और अपना मूह बुआ की चूत से लगा दिया बुआ दीपक का मूह अपनी धधकति भोसड़ी पर लगने से तड़प उठी और अपने ही हाथो से अपने दोनो मोटे-मोटे दूध को पकड़ कर मसना चालू कर दिया,

दीपक ने बुआ की चूत को चाटते हुए अपने हाथ से सलवार मे थोड़ी और ताक़त लगा कर बुआ की सलवार को और फाड़ दिया और बुआ की पाव रोटी जैसी चूत और उसकी गहरे भूरे रंग के बड़े से गांड के छेद को बाहर ले आया,

हीना ने जब पूरे आकार मे बुआ की मस्त चूत को देखा तो उसने अपने हाथो से सुजाता की चूत को और फैला लिया और दीपक की ओर इशारा करते हुए उसे चाटने को कहा,

दीपक ने अपनी जीभ निकाल कर बुआ जी की चूत को चाटना शुरू कर दिया बुआ जी हाय दीपक बेटे क्या कर रहा है, दीपक- कुछ नही बुआ बस थोड़ा सा रस पी रहा हू

बुआ- बेटा मत पी प्लीज़ मत पी,

हीना- अरे बुआ पी लेने दो ना मम्मी पिलाएगी और ना तुम पिलाओगे तो बेचारे किसका पिएगे,

बुआ- हाय तो क्या मैं ही बची हू रिया का पी ले और तेरा तो पीता ही होगा बुआ ने हीना की ओर देख कर कहा

हीना- बुआ दीपक ने रिया की भी पी ली है अब उसका मन तुम्हारी पीने का है,

दीपक – अरे चुप रहो हीना बुआ ने मुझे मना ही कहाँ किया है और तुम बेकार मे बहस कर रही हो

दीपक मेहता सीधे हीना के दूध को मसल-मसल कर लाल कर रहा था

उधर मम्मी जी और दीपक की नींद एक साथ खुली और मम्मी जी जैसे ही बाथरूम मे जाकर मुतने बैठी दीपक ने पिछे से जाकर मम्मी जी के भारी चूतादो के बीच से हाथ डाल कर उनकी चूत को पकड़ लिया, मम्मी जी एक दम से सन्न रह गई लेकिन जब उन्हे दीपक के होने का एहसास हुआ तब कुछ नॉर्मल हुई, उन्होने कहा बेटा मूत तो लेने दो फिर आराम से कर लेना,

दीपक – मम्मी जी आप मुतो ना मैने तो बस अपना हाथ लगा रखा है मैं तो बस आप मुतती जाना और मैं आपकी चूत को सहलाता जाउन्गा बस,

मम्मी- सी अया बेटे ऐसे पेशाब नही आएगा पानी आएगा,

दीपक- मम्मी कोशिश करो तब तक मैं आपके इस लहसुन को रगड़ता हू,

मम्मी जी मूतने की कोशिश करने लगी और फिर एकदम से उन्होने एक तेज धार मारना शुरू कर दी और फिर क्या था वह रुक-रुक कर मूतने लगी और दीपक उनकी चूत को सहलाता रहा, मूतने के बाद मम्मी जी ने साडी नीचे की और बिस्तेर पर आ गई, दीपक मम्मी जी की मोटी गांड को सहलाते हुए उनकी साडी पूरी कमर तक करके उनकी चूत को फैला लेता है चूत से मूत की गंध सूंघते ही दीपक मम्मी जी की चूत को पागलो की तरह चाटने लगता है

और मम्मी जी आह बेटे आह दीपक करते हुए उसका सर सहलाने लगती है, मम्मी जी की चूत फूल के कुप्पा हो जाती है और उनकी गुलाबी सूजी हुई चूत की फांको को फैला-फैला कर दीपक चूसने लगता है, कभी वह बुर के दाने को चूस्ता है कभी चूत के गुलाबी छेद को चाट्ता है, उसके बाद दीपक अपना लंड गछ से मम्मी जी की चूत मे पेल देता है और मम्मी जी आह आह करते हुए अपनी गांड हिलाने लगती है,

इधर दीपक मम्मी जी की चूत की मस्त ठुकाई कर रहा था और उधर हीना अपने पापा के मस्त लंड पर कूदने लगी थी, मेहता ने हीना को खड़े होकर अपने लंड पर टांग लिया था और खूब कस-कस के अपनी बेटी की चूत मार रहा था, उस पूरा दिन मेहता ने अपनी बेटी की मस्त ठुकाई की और दीपक ने भी अपनी मम्मी जी की चूत मार-मार कर एक दम लाल कर देता है, रात को मेहता एक बार अपनी बीबी को चोद्ता है

और दीपक हीना को उसके बाद दीपक और सासू जी एक साथ सोते है और हीना अपने पापा के पास पूरी नंगी होकर सोने चली जाती है, रात भर हीना की चूत उसके पापा मस्त तरीके से ठोकते है उधर दीपक भी अपनी सास की खूब तबीयत से चुदाई करता है,

अगले दिन दीपक और हीना वहाँ से विदा लेकर अपने घर की ओर चल देते है जब घर पहुचते है तो पता चला बुआ जी सुबह ही अपने घर चली गई उनके यहाँ कुच्छ ज़रूरी काम निकल आया था

हीना और दीपक घर पहुचते है और सामने से रौशनी आ जाती है,

रौशनी- मुस्कुराते हुए घूम आए दोनो, क्या बात है हीना बहुत खुस नज़र आ रही है लगता है बहुत दिनो बाद अपने पापा से मिली है,

हीना- मम्मी मज़ा तो बहुत आया पर दीपक को शायद मज़ा नही आया, क्यो दीपक

दीपक- नही मम्मी बहुत मज़ा आया पर आप कहाँ बन ठन के जा रही है,

रौशनी- मैं तो कही नही जा रही हू बस आज नई साडी पहन कर सजने का मन किया तो पहन ली

हीना- मम्मी कुछ भी कहो आज आप बहुत सुंदर लग रही है,

रौशनी- अच्छा अब तारीफ बंद करो और दीपक देख तेरा मामा तेरा कब से इंतजार कर रहा है मेरे कमरे मे बैठा है,

हीना- मम्मी पापा कहाँ गये है और रिया भी नही नज़र आ रही है,

रौशनी- बहू रिया और तेरे पापा छत पर बैठे है तू जा कर कपड़े बदल ले मैं अभी पड़ोसी के यहाँ से आती हू,

मम्मी की बात सुन कर हीना दबे पाँव छत की ओर चल दी और जब छत पर पहुच कर देखा तो पापा कुर्सी पर बैठे थे और रिया को अपनी गोद मे बैठा कर उसकी मस्त ठोस चुचियो को मसल रहे थे, हीना ने जानबूझ कर घुघाट कर लिया और अपने ब्लौज के दो बटन खोल कर सीधे पापा के सामने चली गई और उनके पेर च्छू लिए,

किशन- अरे हीना तू कब आ गई बेटी

रिया- वाह भाभी बड़े टाइम पर आई हो पापा अभी तुम्हारी ही बाते कर रहे थे,

किशन- रिया जा हम तीनो के लिए चाइ बना ला यही बैठ कर चाइ पीते है तब तक मैं हीना बेटी से कुछ बाते करना चाहता हू

रिया- ठीक है पापा मैं अभी आती हू और रिया वहाँ से नीचे चली जाती है,

किशन- हीना का हाथ पकड़ अपने करीब खीच लेता है और उसे अपनी गोद मे बैठा कर उसके मोटे-मोटे दूध को सहलाते हुए, बहू तुम एक दिन के लिए क्या जाती हो तुम्हारे बिना मन ही नही लगता है,

हीना- पापा मेरी भी तो यही हालत है मुझे भी आपकी बहुत याद सता रही थी,

किशन- अपने पापा से मिली, मेहता तो बहुत खुस हो गया होगा तुझे देख कर, तूने बताया नही उसे कि हम भी अपनी बहू को अपनी पॅल्को पर बैठा कर रखते है,

हीना- हस्ते हुए पापा मैने यह नही कहा कि आप मुझे अपनी पॅल्को पर बैठा कर रखते है बल्कि मैने तो यह कहा कि आप तो हमे अपने …..

किशन- हीना के दूध दबाता हुआ, बोलो- बोलो बहू तुमने क्या कहा अपने पापा से

हीना- किशन के मोटे लंड को उसकी लूँगी से बाहर निकाल कर उसके सूपदे को खोलती हुई पापा हमने तो अपने पापा से यही कहा है कि मेरे ससुर तो मुझे दिन रात अपने मोटे लंड पर बैठाए रहते है,

किशन- हीना के गालो को चूमता हुआ उसकी नाभि से नीचे हाथ लेजा कर उसकी साडी के अंदर हाथ डाल कर अपनी बहू की मस्त गुदाज चूत को अपने हाथो मे भर कर, बेटी फिर तुम्हारे पापा ने क्या कहा

हीना- पापा ने कहा कि ऐसे ही अपने ससुर जी की सेवा करती रहना आज उन्ही के कारण तुम्हारी जिंदगी खुशहाल है

किशन- नही बेटी इसमे मेरा कोई हाथ नही है सब अपनी किस्मत का खाते है,

हीना- नही पापा आपका वह एहसान कभी नही भुलाया जा सकता है, अगर आप मुझे नही बचाते तो मैं आज शायद जिंदा ही ना होती,

किशन- चलो छ्चोड़ो इन पुरानी बातो को और फिर किशन ने हीना को सीधा करके उसकी साडी को उसकी मोटी गांड तक उठा दी और उसकी फूली हुई चूत जो उसकी पॅंटी मे कसी हुई थी को अपने मूह से दबा-दबा कर चूमने लगा और अपने दोनो हाथो से अपनी बहू के भारी चुतडो को सहलाने लगा,

हीना- आह पापा आपकी इसी हरकत ने तो मेरी चूत मे पानी भरना शुरू कर दिया था तभी तो पहली मुलाकात मे ही आपका मोटा लंड मेरी चूत को फाड़ चुका था, पापा सच आपसे अपनी चूत मराने मे बहुत मज़ा आता है,

तभी रिया दूसरी ओर से आते हुए, लीजिए गरमा-गरम चाइ का आनंद लीजिए और फिर हीना और पापा दोनो को चाइ देकर रिया भी वही बैठ कर चाइ पीने लगी,

रिया- भाभी पापा तुम्हे कल से ही याद कर रहे थे कह रहे थे हीना के बिना घर मे अच्छा नही लगता है, पापा अगर भाभी आपकी बहू ना होती बल्कि बेटी होती तब,

किशन- हस्ते हुए तब तू मेरी बहू होती और क्या,

हीना- अरे रिया पापा अपनी बहू और बेटी मे अंतर नही समझते है,

रिया- अच्छा अभी पता चल जाएगा, अच्छा पापा बताओ भाभी ज़्यादा सुंदर है या मैं

पापा- बेटी औरतो की सुंदरता देखने के लिए उन्हे पूरी नंगी होना पड़ता है तभी तो मैं बता सकता हू कि कौन ज़्यादा सुंदर है,

रिया- तो ठीक है और फिर रिया जाकर छत का दरवाजा लगा कर आ जाती है और फिर अपने पापा के सामने अपनी स्कर्ट और शर्ट उतार कर ब्रा और पॅंटी मे पापा के पास खड़ी होकर उनका लंड सहलाते हुए, “देखो पापा अब मैं कैसी लग रही हू?”

बुआ-भतीजा बिस्तर में एक हो गए और भातीजे ने बुआ का रस पी ही लिया. पर इन ससुर-बहु में क्या चल रहा है? इस pariwar sex story का अगला धमाकेदार भाग-

हीना- अरे रिया पापा अपनी बहू और बेटी मे अंतर नही समझते है,

रिया- अच्छा अभी पता चल जाएगा, अच्छा पापा बताओ भाभी ज़्यादा सुंदर है या मैं

पापा- बेटी औरतो की सुंदरता देखने के लिए उन्हे पूरी नंगी होना पड़ता है तभी तो मैं बता सकता हू कि कौन ज़्यादा सुंदर है,

रिया- तो ठीक है और फिर रिया जाकर छत का दरवाजा लगा कर आ जाती है और फिर अपने पापा के सामने अपनी स्कर्ट और शर्ट उतार कर ब्रा और पॅंटी मे पापा के पास खड़ी होकर उनका लंड सहलाते हुए, “देखो पापा अब मैं कैसी लग रही हू?”

किशन- मुस्कुराते हुए रिया की मोटी गांड को अपने हाथो से दबाते हुए बेटी अभी तेरी भाभी ने कहाँ कपड़े उतारे है तब रिया ने झट से मेरी साडी को पकड़ कर खींच दिया और मैं एक बार गोल घूम गई और अब मैं ब्लॉज और पेटिकोट मे अपने ससुर के सामने खड़ी थी मेरी कसी हुई मोटी चुचिया ब्लौज फाड़ कर बाहर आने को मचल रही थी चूत तो पहले से ही गीली हो गई थी तभी रिया ने

मेरे पेटिकोट का नाडा भी खींच दिया और मेरा पेटिकोट देखते-देखते मेरे पेरो मे जा गिरा और मेरा गुदाज उठा हुआ पेट गहरी नाभि और मेरी पॅंटी के उपर से उभरी हुई चूत देख कर मेरे ससुर जी की आँखो मे चमक आ गई, हालाकी रिया का बदन भी बहुत भरा हुआ और सेक्सी था लेकिन मैं थोड़ा ज़्यादा चुदी हुई थी इसलिए मेरे बदन पर थोड़ी चर्बी चढ़ जाने से मैं बहुत ही गुदाज और मस्त नज़र आने लगी थी,

पापा ने मुझे और रिया की गांड को थाम कर अपने मूह की तरफ खींचा और पहले रिया की चूत को उसकी पॅंटी के उपर से चूम लिया और फिर मेरी चूत को भी पॅंटी के उपर से चूमने लगे पापा ने मेरी चूत से अपने मूह को कुछ ज़्यादा ही ज़ोर से दबा दिया और मैं सिहर उठी,

रिया- अब बोलिए पापा कौन ज़्यादा सुंदर है

किशन- मुस्कुराते हुए, बेटी अभी तो तुम दोनो ने कपड़े पहने हुए है तभी रिया ने थोड़ी दूर जाकर अपनी भारी गांड हमारी तरफ घूमाकर अपनी पॅंटी धीरे से नीचे सरकाना शुरू कर दिया वह जैसे-जैसे अपनी पॅंटी नीचे सरक रही थी वैसे ही वह अपनी गांड के छेद को भी फैला कर हमे दिखा रही थी उसकी गुलाबी गांड का छेद बहुत लपलपा रहा था और मैं पापा के लंड को सहला रही थी और पापा मेरी चूत और गांड को बुरी तरह दबा-दबा कर मज़ा ले रहे थे,

और चूत के छेद को फैला-फैला कर मुझे और पापा को दिखाने लगी, फिर रिया ने अपनी ब्रा का हुक्क खोल कर अपने मोटे-मोटे दूध को भी नंगा कर दिया और अपने हाथो से अपने दूध को दबाते हुए कहने लगी चलो भाभी अब तुम्हारी बारी है आ जाओ जल्दी से और फिर मैने जब पापा की ओर देखा तो उन्होने खुद ही मेरी पॅंटी उतार दी और मेरे नंगे चूतादो की दरार को उंगली से सहलाते हुए मुझे उधर जाने के लिए धकेल दिया मैं उनकी मंशा समझ गई और रिया की ओर अपनी मोटी गांड हिलाते हुए जाने लगी पापा मेरी मोटी गांड को देख कर मस्त होने लगे,

जब मैं रिया के पास पहुच गई तब मैं सीधी होकर खड़ी हुई तब मेरी चिकनी फूली चूत पापा के सामने आ गई मैने धीरे से अपनी चूत को सहलाते हुए अपनी ब्रा का हुक्क खोल कर उसे उतार दिया और इसके साथ ही मेरे मोटे-मोटे दूध जो की रिया से भी काफ़ी बड़े थे एक दम से बाहर आ गये,

मैं अच्छी तरह जानती थी कि पापा को मेरा जिस्म रिया से भी ज़्यादा अच्छा लगता है लेकिन मैं और पापा रिया के सामने ऐसी कोई बात नही करते थे कि उसका मन छ्होटा हो,

रिया- अब बोलिए भी पापा अब तो हम दोनो पूरी नंगी हो गई और फिर रिया ने एक बार घूम कर अपनी गांड अपने पापा को दिखाई और फिर मुझे भी पकड़ कर एक बार घुमा कर मेरे चूतादो को फैला कर पापा को दिखाया,

किशन- मुस्कुराते हुए, भाई तुम दोनो ही हुस्न की परी हो तुम दोनो ही बहुत खुब्शुरत हो बस एक ही अंतर है तुम दोनो मे,

रिया- वह क्या?

किशन- यही की जब मैं तुम्हे चोदने का मन करता हू तो तुम्हे आगे से चोदने का मन होता है और जब हीना को चोदने का मन करता है तो हीना को पिछे से चोदने का मन होता है,

रिया- इसका मतलब आप यह कहना चाहते है कि आपको मेरी चूत बहुत पसंद है और भाभी की मोटी गांड बहुत पसंद है,

किशन- हाँ बस ऐसा ही समझ लो, फिर क्या था हम दोनो धीरे से पापा के पास जाकर उनसे चिपक गई और पापा कभी मेरी गांड को सहलाते कभी मेरी चूत मे उंगली डाल कर हिलाते और कभी रिया की चूत को सहलाने लगते,

हम दोनो घुटने के बल वही बैठ गई और पापा का मोटा लंड निकाल कर चूसने लगी, कभी मैं पापा का टोपा चुस्ती तो रिया उनके गोते चूसने लगती और कभी मैं उनके गोटे सहलाती तब रिया उनके लंड के फूले हुए सूपदे को चूसना शुरू कर देती,

पापा भी बारी-बारी से कभी मेरे दूध दबाते और कभी रिया के दूध को मासल्न लगते थे, कुछ देर बाद पापा कुर्सी से खड़े हो गये और उनका मोटा लंड आसमान की ओर सर उठा कर खड़ा हो गया पापा ने हम दोनो की गांड पर थपकीया मारते हुए हमे घोड़ी बना कर झुका दिया और फिर पापा ने मेरी गांड और चूत को पागलो की तरह फैला-फैला कर चाटना शुरू कर दिया मैं एक दम मस्ती मे मस्त होने लगी और अपनी गांड पापा के मूह पर मारने लगी,

तभी पापा ने रिया की चूत को अपने मूह मे भर कर चूसना शुरू कर दिया, पापा रिया की चूत चूस्ते हुए मेरी चूत मे तीन उंगलिया डाल कर आगे पिछे करने लगे उधर रिया कुछ ज़्यादा ही रसीली हो रही थी और कह रही थी,

रिया- ओह पापा चतो और चतो अपनी बेटी की चूत चाट-चाट कर लाल कर दो बहुत चुदासी बेटी है आपकी खूब चूसो आह आ आह आ

तभी पापा नीचे लेट गये और मेरी गांड को पकड़ कर अपने मूह पर रखने लगे और मैं अपनी दोनो जाँघो को खोल कर पापा के मूह के उपर अपनी चूत रख कर बैठ गई और पापा मेरी चूत को खूब फैला कर चाटने लगे, उधर रिया पापा के लंड पर अपनी चूत रख कर धीरे-धीरे आँखे बंद करके बैठने लगी तभी पापा ने नीचे से एक कस कर धक्का रिया की चूत मे मार दिया और रिया आह करके धम से पापा के लंड पर बैठ गई और उसकी चूत मे पापा का पूरा लंड फस गया,

थोड़ी देर बाद मैं खड़ी हुई और अपना मूह रिया की ओर करके वापस पापा के सीने पर बैठ गई पापा ने जैसे ही अपनी जीभ से मेरी मोटी गांड के छेद को सहलाया मैने रिया के होंठो को अपने होंठो मे भर लिया रिया भी मुझसे चिपक गई और मेरे मोटे-मोटे दूध को खूब कस-कस कर मसल्ने लगी मैने भी रिया के दूध को खूब कस-कस कर निचोड़ा, पापा जितनी ज़ोर से मेरी गांड के सुराख मे अपनी जीभ रगड़ते मैं भी उतनी ही ज़ोर से रिया के दूध को मसल्ने लगती,

उधर पापा अपनी कमर उठा-उठा कर रिया की चूत जितनी ज़ोर से ठोकते रिया उतना ही मुझसे चिपकने लगती,

मैने रिया के निप्पल अपने मूह मे भर कर चूसना शुरू कर दिया और पापा ने मेरी चूत के छेद मे अपनी जीभ घुसा कर रस चूसने लगे, अब पापा बड़ी तेज़ी से रिया को चोद रहे थे और रिया भी खूब ज़ोर-ज़ोर से पापा के लंड पर कूद रही थी इधर जितनी तेज़ी से पापा रिया की चूत मार रहे थे उतनी ही तेज़ी से मेरी चूत को भी चूस रहे थे,

बहु-बेटी से मस्ती

रिया- ओह पापा और तेज खूब कस कर मारिए और मारिए हाँ ऐसे ही खूब चोदिये आह आह आ

इधर मैं भी पापा के मूह से अपनी चूत रगड़ते हुए ओह पापा खूब ज़ोर से चातिए खूब चुसिये अपनी बहू की चूत ओह ओह आह आ सी सी आह,

कुछ देर बाद रिया ने पानी छ्चोड़ दिया और उधर पापा ने मेरी चूत का पानी भी चूस-चूस कर झाड़ा दिया, रिया तो लुढ़क कर हफने लगी पर शायद पापा का पानी नही च्छुटा था और वह खड़े हो गये मैं समझ गई पापा जब तक मुझे नही चोद लेते उनका पानी नही निकलेगा, मैं बिना कुछ कहे सीधे घोड़ी बन गई और फिर पापा ने मेरी चूत को खूब कस-कस कर ठोकना शुरू कर दिया,

पापा चूत मारने मे एकदम माहिर थे उन्होने मेरी गांड को सहलाते हुए मुझे खूब हुमच-हुमच कर चोदना शुरू कर दिया और मैं किसी कुतिया की तरह अपनी गांड उठाए उनका तगड़ा लंड गपगाप अपनी रसीली चूत मे ले रही थी और सीसीया रही थी ओह पापा और चोदो खूब कस कर चोदो आज फाड़ दो अपनी बहू की चूत आह आह आह ओह ओह ओह पापा मैं गई और फिर पापा ने

एक जबार्दुस्त धक्का मेरी चूत मे ऐसा मारा कि उनका मोटा लंड मेरी बच्चेदनि से टकरा गया और मैं वही पेट के बल लेट गई और पापा मेरी चूत मे जड़ तक अपने लंड को फसाए मेरी गांड के उपर लेट गये और हफने लगे, जब हम दोनो कुछ देर ऐसे ही पड़े रहे तब रिया को मस्ती सूझी और वह पापा के उपर आ कर पेट के बल उनसे चिपक कर लेट गई,

कुछ देर बाद मैने जब हरकत की तब पापा ने रिया को उठा कर खुद भी मेरे उपर से उठ गये और फिर हम तीनो ने जल्दी से कपड़े पहने और नीचे आ गये,

मामा- क्यो भाई दीपक खूब ससुराल के माल का मज़ा ले रहे हो हमे नही बताओगे क्या-क्या हुआ वहाँ

दीपक- अरे मामा बस ये समझ लो हमारे यहाँ ससुराल के जो मज़े है वह दुनिया मे कही नही है बस मस्ती ही मस्ती छाई रहती है,

मामा- यार दीपक एक बात कहु अगर तू बुरा ना माने तो

दीपक- कहो मामा क्या बात है

मामा- दीपक रिया को चोदने का वैसा मज़ा नही आ पाया जैसा मैं चाहता था बिल्कुल आराम से सारी रात उसे नंगी करके चोदने मे ही ज़्यादा मज़ा आएगा,

दीपक- अरे मामा तुम एक काम क्यो नही करते, मम्मी से बात करके रिया को कुछ दिनो के लिए अपने घर ले जाओ और फिर 10-15 दिन तक जब तुम रोज रिया की चूत मरोगे तब तुम्हारा मन भी भर जाएगा और सारी-सारी रात तुम उसे नंगी लेकर पड़े भी रहोगे,

मामा- वाह भान्जे क्या आइडिया दिया है तूने चल अभी दीदी से बात करते है तभी सामने से रौशनी आ जाती है,

रौशनी- क्या बात करना है भाई दीदी से

मामा- अरे दीदी मैं तो यह कहना चाहता था कि रिया की मामी कह रही थी कि कुछ दिनो के लिए रिया को अपने यहाँ लेकर आ जाओ वह भी अपने मामा मामी का घर देख लेगी,

रौशनी- अरे तो इसमे तुझे मेरी पर्मिशन की क्या ज़रूरत है तेरी बेटी है जब चाहे ले जा,

मामा- ठीक है दीदी तुम रिया को कह देना कल तैयार हो जाएगी मैं कल घर जा रहा हू

रौशनी- अरे इतनी जल्दी क्या है अभी तुझे आए दिन ही कितने हुए है,

मामा- नही दीदी वहाँ बड़ा काम पड़ा है और घर पर देखभाल करने वाला भी कोई नही है,

अगले दिन रिया अपने मामा के साथ उनके यहा चली जाती है और घर मे दीपक हीना और रौशनी और किशन रह जाते है,

शाम को हीना और दीपक बालकनी मे खड़े थे दीपक हीना के दूध दबाता हुआ नीचे से जाती हुई औरतो की गांड देख रहा था और हीना से उनके बारे मे बाते कर रहा था,

दीपक- देखो हीना उस औरत की गांड कितनी मोटी है

हीना- हाँ बिल्कुल मम्मी जी की गांड की तरह लग रही है,

दीपक- हीना- अभी तक मम्मी को चोदने की इच्छा मन मे ही है तुम कुछ आइडिया क्यो नही बताती हो

हीना- लगता है मुझे कुछ करना ही पड़ेगा, खेर तुम चिंता मत करो और मैं जैसा कहती हू वैसा ही करना हो सकता है आज रात को ही तुम्हे अपनी मम्मी की चूत और गांड को चोदने का मोका मिल जाए पर जब तुम मम्मी को चोदोगे तब मैं क्या करूँगी,

दीपक- मेरी रानी तुम काफ़ी होशियार हो मैं जानता हू जिस दिन मैं मम्मी की चूत और गांड को चोद रहा होऊँगा उस दिन तुम भी पापा के मोटे लंड से खूब अपनी चूत मरवा रही होगी,

हीना- सच दीपक पापा से चुदने मे एक अलग ही मज़ा आता है, उनका लंड भी बड़ा मस्त है

दीपक- तुम्हे तो कम से कम यह तो पता है कि पापा से चुदने मे कितना मज़ा आता है पर मुझे तो यह भी नही पता की जब मैं अपनी मम्मी को चोदुन्गा तो कितना मज़ा आएगा,

हीना- चलो आज तुम्हारी इच्छा पूरी कर देती हू लेकिन जैसा मैं कह रही हू वैसा ही करना और फिर हीना और दीपक वहाँ से अंदर आ जाते है, रात को 9 बजे पापा टीवी के सामने बैठे थे और हीना उनके पास जाकर बैठ जाती है उधर रौशनी अपने रूम मे थी और दीपक अपने रूम से हीना और पापा को देख रहा था,

हीना- पापा

किशन- हाँ बहू बोलो क्या बात है

हीना- पापा मुझे दारू पीना है

किशन- हीना को हैरत भरी निगाहो से देखता हुआ, क्या बात कर रही हो बेटी,

हीना- पापा आज बहुत मन कर रहा है कम से कम बीआर ही पीला दो,

किशन- लेकिन बेटी दीपक देखेगा तो क्या बोलेगा, आप फिकर ना करो एक बोत्तेल उनके लिए भी मॅंगा लीजिए ना मैं उन्हे अंदर देकर आ जाउन्गि वह पी लेंगे फिर मैं आपके पास आकर आपके साथ पीना चाहती हू,

किशन- लेकिन रौशनी ने कुछ कहा तो

हीना- तो आप मम्मी को कोल्ड्ड्रिंक मे बियर मिला कर उनको भी पिला दीजिए ना,

किशन- बहू आज तुम किसी अलग मूड मे लग रही हो क्या बात है साफ-साफ बताओ,

हीना- पापा मैं चाहती हू आज आप मेरे सामने मम्मी को पूरी नंगी करके चोदिये और फिर उसके बाद आप मुझे मम्मी के सामने पूरी नंगी करके चोदिये, होश मे शायद मम्मी शरमाने लगे इसलिए मैं यह सब कह रही हू,

किशन- मुस्कुरकर हीना की मोटी गांड को सहलाते हुए, एक शर्त पर मैं यह सब कर सकता हू

हीना- मुझे आपकी सभी शर्त रौशनीर है

किशन- पहले शर्त तो सुन लो बाद मे कही पलट गई तो

हीना- मुझे पता है आपकी शर्त, आप आज रात को मेरी गांड मारना चाहते हो ना,

किशन- आश्चर्या से हीना को देखता हुआ, तुम्हे कैसे पता मैं यही शर्त कहने वाला हू

हीना- पापा उपर वाला भी एक जैसे विचारो वाले लोगो को जल्द ही मिलवा देता है चाहे हिन्दी सेक्सी कहानियाँ के थ्रू ही क्यो ना मिलवाए,

किशन- पर बेटी दीपक का क्या करेगे,

हीना- अरे पापा दीपक भी मम्मी जी को चोद लेगा, हम चारो मिल कर मज़ा लेंगे

किशन- पर बेटी यह कैसे संभव है दीपक क्या अपनी मम्मी को चोदेगा

हीना- क्यो नही पापा जब आप दीपक की बीबी को चोद सकते हो तो दीपक आपकी बीबी को क्यो नही चोद सकता है,

किशन मुस्कुराते हुए ठीक है लेकिन यह सब के लिए बियर का नशा काफ़ी नही रहेगा, तो फिर आप क्या लेकर आओगे,

किशन- बेटी इसके लिए तो आज मुझे वोद्का लेकर आना पड़ेगी लेकिन ध्यान रखना रौशनी को भनक ना लगे कि कोल्ड्ड्रिंक मे वोद्का है,

हीना- आप फिकर ना करो पापा मैं सब संभाल लूँगी और फिर हीना वहाँ से उठ कर अपने रूम मे आ जाती है,

दीपक अपनी बीबी की प्लॅनिंग से खुस हो जाता है और हीना के आते ही उसके होंठो को चूम कर उसकी मोटी गांड पर थप्पड़ मारते हुए मुस्कुरकर वाकई रानी तुम कमाल की प्लॅनिंग करती हो,

हीना- चलो अपना लंड बाहर निकालो आज मैं इसकी सरसो के तेल से अच्छी मालिश कर देती हू आख़िर आज यह अपनी मम्मी की मोटी गांड को और फूली चूत को जो फाड़ने वाला है और फिर हीना दीपक के खड़े मोटे लंड को तेल से नहलकर उसकी मालिश करने लगती है, और उसे रात की प्लॅनिंग बताने लगती है,

दीपक सारी बाते ध्यान से समझ कर हीना की प्लॅनिंग की तारीफ करते हुए उसे चूम लेता है तभी बाहर से पापा की आवाज़ आती है अरे हीना बेटी ज़रा यहाँ आना और हीना अपने तेल से भीगे हाथ को ऐसे ही लेकर पापा के पास पहुच जाती है और

हीना- क्या बात है पापा

किशन- अरे यह तेरे हाथ मे इतना तेल कैसे लगा रखा है

हीना- कुछ नही बस सोचा आपके मोटे लंड पर थोड़ा तेल लगा दू आख़िर आज आप अपनी बहू की मोटी गांड जो मारने वाले हो और फिर हीना पापा के लंड पर तेल मलने लगती है और अपने रूम की ओर मुस्कुरकर देखती है और दीपक भी उसकी छीनल्पने को देख कर मुस्कुरा देता है,

शाम को पापा शराब लेने के लिए चले गये और मैं और मम्मी छत पर खड़ी होकर रोड का नज़ारा लेने लगी

रौशनी- क्यो हीना तूने बताया नही अपने पापा के यहाँ तूने और दीपक ने कितने मज़े मारे थे, मुझे तो तब

पता चला जब इन्होने मुझे बताया, अपने ससुर को तो झट से बता देती है पर मुझे बताने मे तुझे शर्म

आती है क्या,

हीना- अरे नही मम्मी ऐसी बात नही है बस मुझे मोका ही नही लगा नही तो क्या मैं आपसे ऐसी बाते

छुपाटी,

रौशनी- अच्छा तो यह बता क्या तेरे पापा ने तुझे खूब चोदा था,

मम्मी के सवाल को सुन कर मैं समझ गई कि आज मेरी रंडी सास खूब चुदासी लग रही है आज साली को इतना गरम कर देती हू कि यही खड़ी-खड़ी मूतने लगे,

हीना- हाँ मम्मी मेरे जाते ही पापा ने मुझे अपने सीने से लगा लिया और मेरे मोटे-मोटे दूध को खूब

कस-कस कर दबाने लगे और मेरे होंठो को चूमने लगे,

रौशनी- फिर तूने क्या किया

हीना- मैने मम्मी झट से पापा का लूँगी मे खड़ा मोटा लंड अपने हाथो मे पकड़ कर दबोच लिया

रौशनी- क्या खूब मोटा है तेरे पापा का लंड

मैने मम्मी का हाथ पकड़ कर कहा मम्मी पहले मेरी चूत मे हाथ डाल कर उसे सहलाती जाओ तब मैं आपको सारी बात बता देती हू, मम्मी ने तुरंत अपने हाथ को मेरी साडी मे डाल कर मेरी फूली चूत को अपनी मुट्ठी मे भर लिया और दबाते हुए कहने लगी,

रौशनी- फिर क्या हुआ हीना बता ना..

बाप में अपनी बहु और बेटी दोनों के मज़े ले लिए और माँ बड़े चाव से ये किस्सा सुने जा रही है. उसे भी अपने जवान बेटे के तगड़े लंड की कामना है. इस hindi xxx story का जबरदस्त आखिरी भाग..

मैने मम्मी का हाथ पकड़ कर कहा मम्मी पहले मेरी चूत मे हाथ डाल कर उसे सहलाती जाओ तब मैं आपको सारी बात बता देती हू, मम्मी ने तुरंत अपने हाथ को मेरी साडी मे डाल कर मेरी फूली चूत को अपनी मुट्ठी मे भर लिया और दबाते हुए कहने लगी,

रौशनी- फिर क्या हुआ हीना बता ना..

हीना- फिर क्या था मम्मी, पापा मेरे चूतादो को खूब कस-कस कर दबाने और मसल्ने लगे

रौशनी- सच हीना तेरे चूतड़ पहले से काफ़ी मोटे हो गये है तेरे पापा को तो तेरी मोटी गांड दबोचने मे

मज़ा आ गया होगा,

हीना- हाँ मम्मी मैने झट से पापा के मोटे लंड को अपने मूह मे भर कर चूसना चालू कर दिया,

रौशनी- और दीपक क्या कर रहा था

हीना- दीपक मेरी मम्मी की मोटी गांड को खूब कस-कस कर मसल रहा था

रौशनी- क्या दीपक को तेरी मम्मी की गांड बहुत पसंद है

हीना- हाँ मम्मी दीपक ने मम्मी को वही झुका दिया और उनकी साडी उनकी गांड से उठा कर उनकी पॅंटी उतार दी और फिर दीपक ने कम से कम आधे घंटे तक मम्मी की गोरी-गोरी मोटी गांड को चाट-चाट कर लाल कर दिया,

सच मम्मी दीपक बहुत मस्त तरीके से चूत और गांड चाट्ता है और मोटी-मोटी गांड का तो वह दीवाना है उसे औरतो के भारी चूतड़ बहुत अच्छे लगते है तभी तो वह दिन रात बस आपकी गांड चोदने के बारे मे सोचता है रौशनी- क्या दीपक को मेरी गांड बहुत अच्छी लगती है मैने मम्मी की बात सुन कर उनकी साडी के अंदर हाथ डाल कर उनकी चूत को जैसे ही दबोचा ढेर सारा पानी मेरे हाथो मे लग गया और मैं समझ गई साली पूरी भीग चुकी थी,

हीना- हाँ मम्मी दीपक तो आपको पूरी नंगी करके चोदना चाहता है

रौशनी- क्या उसने तुझसे ऐसा कहा है कि वह मुझे पूरी नंगी करके चोदना चाहता है

हीना- हाँ मम्मी वह तो कई बार मुझे अपनी मम्मी बना कर भी मेरी गांड मारते है

रौशनी- खूब मोटा लंड है ना दीपक का खूब मज़ा आता होगा ना तुझे

हीना- हाँ मम्मी जब दीपक का मोटा लंड मेरी गांड मे जाता है तो ऐसा लगता है कि दीपक खूब कस-कस कर अपने लंड को मेरी गांड मे मारे और मुझे खूब रगड़-रगड़ कर चोदे और फिर मैने मम्मी के मोटे-मोटे

दूध को दबाते हुए एक हाथ से मम्मी की गुदा सहलाते हुए कहा मम्मी जब दीपक का मोटा लंड आपकी मोटी गांड मे जाएगा तब देखना आप मस्त हो जाओगी और खुद ही दीपक से कहोगी की ठोंक बेटा खूब कस-कस कर मार अपनी मम्मी की मोटी गांड अपने मोटे लंड से मम्मी मेरी बात सुन कर मुझसे बुरी तरह चिपक गई और मैने मम्मी के होंठो को अपने मूह मे भर कर चूसना शुरू कर दिया और फिर मैने मम्मी से कहा

हीना- बोलो मम्मी अपने बेटे का मोटा लंड अपनी इस भारी गांड मे घुसाने का मन कर रहा है ना और फिर

मैने मम्मी की मोटी गांड को कस कर दबोच लिया

रौशनी- आह आह हाँ हाँ बेटी मेरा दिल कर रहा है कि दीपक अभी मुझे खूब रगड़-रगड़ कर चोदे मेरी चूत और गांड अपने मूसल से फाड़ कर रख दे,

मैने मम्मी की चूत मे फिर से अपना हाथ डाल कर मम्मी से कहा बोलो मम्मी चुद्वओगि अपने बेटे से और

फिर मैने अपनी उंगली मम्मी की चूत मे भर दी और मम्मी मुझसे पागलो की तरह लिपट गई और मुझे चूमते

हुए कहने लगी

रौशनी- हाय हीना एक बार मेरी चूत मे दीपक का लंड डलवा दे अया आ आ ओह हीना

मैने मम्मी की चूत मे तीन उंगलिया डाल कर खूब ज़ोर से उनकी चूत मे आगे धकेलने लगी और मम्मी ने अपनी टाँगे और चौड़ी कर ली, मैं बड़े आराम से मम्मी की चूत मे उंगली डालने लगी और मम्मी सीसियाते हुए कहने लगी हीना बता ना कब मेरी चूत मे तू दीपक का लंड डालेगी, कब मेरा बेटा अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके उसकी चूत मे अपना लंड डालेगा,

हीना-मम्मी अभी आपको दीपक से चुदवा दूँगी पर आपको भी मेरी एक इक्च्छा पूरी करनी होगी

रौशनी- कौन सी इक्च्छा हीना- मेरा दिल करता है कि एक बार आप और पापा दोनो मिलकर मुझे चोदो

रौशनी- क्यो नही बेटी आज रात तू हमारे रूम मे आ जाना और मेरे और अपने पापा के बीच मे सोना फिर देखना हम दोनो मिलकर तुझे पूरी तरह मस्त कर देगे

हीना- नही मम्मी आपके रूम मे नही बल्कि बैठक वाले रूम मे जहाँ से दीपक भी हमे अपने रूम से

देख सके, आप नही जानती दीपक आपको पूरी नंगी देखने के लिए मरा जा रहा है इसलिए आज आप उसे अपनी मोटी गांड खूब उठा -उठा कर दिखना फिर देखना वह आपकी गांड देख कर आपको नंगी ही उठा कर अपने बेड पर ले जाएगा और खूब कस-कस कर चोदेगा,

रात को पापा सोफे पर बैठे टीवी देख रहे थे और मैं उनके पास जाकर बैठ गई दीपक पूरा नंगा होकर अपने रूम से हमे देख रहा था, तभी सामने से मम्मी आ गई मम्मी ने मेकप किया हुआ था और बहुत सेक्सी लग रही थी वह जैसे ही पापा के पास आ कर खड़ी हुई पापा ने मम्मी की चिकनी कमर को थाम कर उन्हे अपनी गोद मे खींच कर बैठा लिया और उनके मोटे-मोटे दूध को खूब कस कर दबा दिया,

माँ बेटी एक साथ चुसाई

रौशनी- हस्ते हुए अरे छ्चोड़ो ना क्या कर रहे हो सामने बहू बैठी है,

किशन- अरे मेरी रानी बहू भी जानती है कि आज तुम्हारी चूत से बहुत पानी आ रहा है खूब मोटा लंड लेने का मन कर रहा है ना,

रौशनी- मुस्कुराते हुए, छ्चोड़िए भी हीना क्या सोच रही होगी

किशन- अरे हीना से क्यो शर्मा रही हो, लो मैं अभी तुम्हारी शरम दूर कर देता हू और फिर पापा ने

मुझे भी अपनी गोद मे खींच कर बैठा लिया अब पापा एक हाथ से मम्मी के दूध मसल रहे थे और दूसरे

हाथ से मेरे दूध मसल रहे थे,

रौशनी- बहुत बेशरम हो तुम, मैं जा रही हू सोने,

हीना- मम्मी ज़रा बैठिए तो सही मैं अभी कुच्छ खाने पीने के लिए लेकर आती हू और फिर मैं सीधे दीपक के

पास गई और सभी के लिए लार्ज ग्लास ड्रिंक बना कर ले आई, पहले पापा ने एक ग्लास उठा कर एक ही घुट मे ख़तम कर दिया फिर पापा ने दूसरा ग्लास उठा कर मम्मी के गालो को चूमते हुए कहा ले रानी यह सोमरास पी ले फिर आज तुझे मस्ती से चोदुन्गा,

मम्मी मेरी ओर देख रही थी और मैने इशारे से उन्हे पीने के लिए कहा और फिर मम्मी पूरा ग्लास पी गई और मम्मी के चेहरे पर एक मस्ती सी दिखाई देने लगी,

हीना- पापा मुझे भी अपने हाथो से पिला दो ना

रौशनी – बहू तू अपने पति के हाथ से पी

हीना- नही मम्मी मुझे तो पापा के हाथो से ही पीने मे मज़ा आता है,

मैने देखा मम्मी को सुरूर आने लगा था और वह अब धीरे से पापा के मोटे लंड को दबाने लगी थी, तभी

पापा ने मेरे लबो से ग्लास लगा दिया और मेरे मोटे-मोटे दूध को खूब कस-कस कर दबाते हुए मुझे पिलाने

लगे,

मैने जैसे ही ग्लास ख़तम किया पापा ने सीधे मेरे रसीले भीगे होंठो को अपने मूह मे भर कर चूस लिया और मैं एक दम से मस्त हो गई, मम्मी ने जब मुझे पापा से चिपकते देखा तो वह भी पापा के लंड कोबाहर निकाल कर सहलाने लगी, पापा मेरी ओर ज़्यादा ध्यान दे रहे थे और मेरे ब्लौज को खोल कर पापा मेरी सफेद रंग की ब्रा के उपर से मेरे सुडोल भरे हुए दूध को मसल रहे थे,

मम्मी पूरी मस्ती मे आ चुकी थी तभी पापा ने कहा हीना बेटी एक-एक ग्लास और लेकर आओ तब तक मैं

तुम्हारी मम्मी को पूरी नंगी कर देता हू,

मैं जल्दी से अंदर गई तो दीपक ने मुझे दबोच लिया उसका मोटा लंड पूरी तरह खड़ा हुआ था और वह अपने लंड पर तेल लगा-लगा कर मसल रहा था, दीपक ने मुझे पिछे से दबोचते हुए कहा मेरी रंडी बीबी मेरे पापा से बहुत चिपक रही थी, बहुत पसंद है तुझे पापा का लंड, और फिर दीपक ने मेरी साडी और पेटिकोट भी उतार दिया और मैं ब्रा और पॅंटी मे रह गई,

फिर दीपक ने मेरी पॅंटी भी उतार दी और ब्रा को भी खोल दिया और मेरी गांड के पिछे से अपने लंड को रगड़ने लगा,

दीपक के लंड पर तेल की खूब चिकनाई थी और मेरी चूत भी पूरी गीली थी अचानक दीपक ने थोडा ज़ोर लगाया और उसका मोटा लंड सॅट से मेरी चूत मे अंदर तक समा गया और दीपक मेरे होंठो को पागलो की तरह चूमने लगा,

हीना- आह क्या बात है दीपक मम्मी की गुदाज गांड और ब्लॅक ब्रा पॅंटी देख कर तुम्हारा लंड कुच्छ ज़यादा

ही झटके मार रहा है,

दीपक- मेरी रानी आज मैं तुझे और मम्मी को दोनो को एक साथ पूरी नंगी करके चोदुन्गा,

हीना- ठीक है चोद लेना पर पहले पापा को तो फ्री कर दू चलो अब लंड बाहर निकालो और अपनी मम्मी के लिए एक लार्ज ग्लास बना दो तभी तो वह खूब गांड उठा-उठा कर तुमसे चुद्वयेगि,

दीपक- अच्छा ठीक है और फिर मैं पूरी नंगी ही उन लोगो के लिए ड्रिंक ले कर चली गई दीपक मुझे जाते हुए मेरे नंगे भारी चुतडो को देख कर लंड मसल रहा था, मैने जैसे ही पापा की ओर ट्रे बढ़ाया पापा ने मम्मी

को बीच मे बैठा लिया और मैं मम्मी के साइड मे बैठ गई,

किशन- बेटी हीना अब तुम और मैं दोनो तुम्हारी मम्मी को ड्रिंक पिलाएगे लेकिन पहले हम दोनो अपना वाला ग्लास ख़तम कर देते है उसके बाद पापा ने मम्मी के ब्लौज के बटन खोलना शुरू कर दिए, मम्मी मस्ती मे लगातार पापा का लंड मसले जा रही थी और पापा मम्मी की ब्रा खोल कर उनकी साडी और पेटिकोट भी उतार देते है,

अब मम्मी की गुदाज भारी भारी जंघे मोटी मोटी फैली हुई गंद, बड़े बड़े मोटे मोटे दूध और उठा हुआ

गुदाज मसल पेट सब कुच्छ सामने था, पापा ने ड्रिंक को मम्मी के मोटे-मोटे बोबो पर डालते हुए उनके निप्पल को चूसना शुरू कर दिया और मम्मी आह सी आह करने लगी,

पापा की यह हरकत मुझे भी पसंद आई और मैने भी मम्मी के दूसरे दूध को खूब कस कर दबोचते हुए

उसके उपर थोड़ी ड्रिंक डाल कर उसे चूसना शुरू कर दिया, हम तीनो सोफे से टिक कर बैठे थे फिर मैने और पापा ने मम्मी की दोनो टाँगो को उपर उठा कर मोड़ दिया और अब मम्मी की एक मोटी जाँघ पापा दबा रहे थे और दूसरी मोटी जाँघ मैं दबाने लगी तभी पापा ने मम्मी की दोनो जाँघो को खूब फैला कर उनकी फूली हुई चूत की एक फाँक को अपनी ओर खींचा तब मैने भी मम्मी की चूत की दूसरी फाँक को अपनी ओर खींचा,

सामने से दीपक यह नज़ारा देख कर पागल हुआ जा रहा था उसके सामने उसकी मम्मी की मस्त फूली हुई चिकनी चूत पूरी तरह खुली हुई थी और पापा और मैं एक-एक फांको को पकड़ कर अपनी ओर खींच रहे थे, कुच्छ देर बाद हम सभी नशे मे मस्त हो चुके थे और दीपक से भी रहा नही जा रहा था,

दीपक ने मुझे देखते हुए पूच्छा कि वह भी आ जाए क्या तब मैने उसे आने का इशारा कर दिया और मैं जाकर पापा के मोटे लंड के उपर बैठ गई मेरी चूत मे पापा का पूरा लंड उतार गया और उन्होने मुझे अपने सीने से लगा लिया,

मम्मी आँखे बंद करके अपनी जाँघो को फैलाए अपनी चूत सहला रही थी तभी दीपक आ गया और उसने

मम्मी की गुलाबी चूत से अपनी जीभ लगा दी और उनकी बुर चाटने लगा,

मम्मी ने और भी अपनी टाँगे फैला दी, तभी पापा ने मुझे उठाया और अपने लंड पर खड़े होकर पूरी तरह

बैठा लिया मेरी चूत मे उनका मोटा लंड पूरी तरह फसा हुआ था और मैं उनके सीने से अपने मोटे-मोटे दूध को दबाए हुए चिपकी हुई थी,

पापा नीचे से मेरी चूत मे तबीयत से लंड पेल रहे थे और मैं हाय पापा आह आह बहुत अच्छा लग रहा है ऐसे ही मुझे अपने लंड पर चढ़ाए हुए चोद्ते रहिए, पापा मेरे होंठो को चूस्ते हुए लगातार मेरे बोबे मसल-मसल कर मेरी चूत को ठोंक रहे थे, फिर वहाँ जगह कम होने के कारण पापा मुझे उठा कर बिस्तेर पर ले गये और वहाँ मुझे घोड़ी बना कर खूब हुमच हुमच कर मुझे चोदने लगे,

दीपक ने भी मम्मी को खड़ी कर के उनसे रूम के अंदर चलने को कहा और मम्मी आगे आगे चलने लगी और दीपक मम्मी की मोटी गांड को दबोचते हुए उनके पिछे पिछे चलने लगा, दीपक ने अपनी एक उंगली मम्मी की गांड के छेद से लगा रखी थी और दूसरे हाथ से मम्मी के मोटे मोटे चूतादो को थपकीया रहा था

दीपक को मम्मी की मोटी गांड बहुत अच्छी लगी और दीपक ने मम्मी को पेट के बल बिस्तेर पर लेटा दिया और मम्मी की गांड को दबोचते हुए उस पर थप्पड़ मारने लगा रोहिर अपने लंड को सहलाते हुए अपनी मम्मी की गांड मे जैसे ही थप्पड़ मारता उसकी मम्मी की गांड लाल हो जाती और रौशनी आह दीपक बेटे क्या कर रहा है,

दीपक- मम्मी आपके चूतड़ बहुत मस्त है लगता है इन्हे खूब चाँते ही चाँते मार मार कर लाल कर दू

रौशनी- आह सी बेटे जब तू मेरी गांड पर थप्पड़ मारता है तो मेरा दिल करता है कि मेरी गांड मे तू अपना लंड

फसा कर खूब चोद दे, बेटे मेरी गांड मे थप्पड़ मारते हुए उसे चाट्ता भी जा, मैं जानती हू तुझे औरतो की गंद और चूत चाटने मे बहुत मज़ा आता है,

दीपक ने मम्मी की गांड को फैला कर उसे चाटना शुरू कर दिया वह मम्मी की चूत को उपर से लेकर नीचे तक चाट्ता फिर मम्मी की गांड के छेद को चाट कर उसकी गुदा मे उंगली डाल देता था,

दीपक जब पापा को देखता है कि वो मुझे खूब कस कस कर झुकाए हुए मेरी गांड मार रहे है तब दीपक भी

मम्मी को वही घोड़ी बना कर उसकी मोटी गांड मे अपने तेल से सने लंड को लगा कर मम्मी के मोटे-मोटे

चूतादो को खूब फैला कर उनकी गांड मे एक करारा धक्का मार देता है और दीपक का लंड मम्मी की मोटी गुदा को फैलाते हुए गच्छ से अंदर फस जाता है,

रौशनी- ओह मा मर गई कितना मोटा लंड है बेटे तेरा पूरी गुदा खोल कर फैला दिया हे दीपक मार डाला रे, मैने जब दीपक के लंड को मम्मी की गांड मे घुसा देखा तो दीपक की ओर इशारा किया कि खूब तबीयत से अपनी मम्मी की गांड मारो, रंडी पर बिल्कुल रहम मत करो खूब कस कस कर उसकी गुदा को चोदो तभी उसे मज़ा आएगा,

दीपक मेरा इशारा समझ गया और इस बार उसने ऐसा झटका सासू मा की गांड मे मार दिया कि सासू मा क़ी एक दम से बोलती ही बंद हो गई, दीपक का मोटा लंड पूरा उसकी मम्मी की मखमली गांड के छेद मे समा गया और रौशनी ओह ओह सी सी करते हुए अपने चूतादो को इधर उधर मटका कर अड्जस्ट करने लगी, मैं भी पापा के लंड को सटा सॅट अपनी गांड मे ले रही थी लेकिन पापा मुझे बड़े आराम से मेरी बुर को सहलाते हुए चोद रहे थे लेकिन दीपक मम्मी के चुतडो पर थप्पड़ मारते हुए उनकी गांड के छेद को खूब हुमच हुमच कर चोद रहा था,

पापा कभी मेरे बोबे मसल देते कभी मेरी गांड दबा देते और कभी मेरी चूत को दुलार्ने लगते,

दीपक ने मम्मी के मूह को पकड़ कर अपनी ओर मोड़ लिया और उनके होंठो को पीते हुए उनकी गुदा को ठोकना शुरू कर दिया, दीपक के हर धक्के के साथ सासू मा उह उह आह आह करने लगती थी, लगभग एक आधे घंटे तक पापा और दीपक ने मुझे और मम्मी को खूब कस कर चोदा उसके बाद पलंग पर पापा और दीपक मुझे और मम्मी को लेकर लेट गये मैं और मम्मी पूरी नंगी एक दूसरे से नशे मे चिपकी हुई थी और एक दूसरे के रसीले होंठो को चूस्ते हुए एक दूसरे के बोबो को खूब मसल रही थी,

उधर दीपक और पापा दोनो मेरी और मम्मी की गांड के पिछे से चिपके हुए थे पापा मेरे चूतादो को दबोच

दबोच कर सहला रहे थे और दीपक मम्मी की गांड मे अभी भी लंड फसाए उन्हे गहराई तक धक्के दे रहा

था,

अब मैं और मम्मी एक दूसरे से पूरे चिपक गये और दीपक और पापा हम दोनो के पिछे से पूरी तरह अपना

अपना लॅंड फसा कर चिपक गये और फिर हम दोनो को खूब कस कस कर ठोकने लगे, उन दोनो के धक्के जब हमारी गांड मई पड़ते तो मेरे और मम्मी के बदन आपस मई खूब चिपक जाते, जैसे जैसे दीपक और पापा का जोश बढ़ रहा था वैसे वैसे मेरे और मम्मी के बीच की दूरी कम हो रही थी, फिर जब पापा और दीपक को खूब मज़ा आने लगा तब दोनो हमारी गांड पर चढ़ चढ़ कर हमे ठोकने लगे,

चुदाई और उसकी ठप की थपथपाहट पूरे कमरे मे गूँज रही थी और पापा और दीपक मुझे और मम्मी को लेकर पूरी तरह गुत्थम गुत्थ हो रहे थे, हम दोनो की गांड चुद चुद कर पूरी लाल हो चुकी थी, तभी दीपक ने एक तगड़ा झटका मार दिया और पापा ने मेरी गांड मे भी अपना मूसल खूब अंदर तक दबा दिया, रौशनी- आह आह चोद बेटा चोद खूब चोद और मार अपनी मम्मी की गांड आज फाड़ दे बेटा आह आ आह सी सी हीना- ओह पापा और चोदिये खूब चोदिये आज फाड़ दीजिए अपनी बहू की चूत आह आह आह ओह ओह सी सी

पापा और दीपक हमे चोद चोद कर पूरी मस्त कर दिया और फिर पापा मुझे चोद्ते हुए मम्मी की चूत सहलाने लगे और दीपक मम्मी की गांड ठोकता हुआ मेरी चूत सहलाने लगा, मैं मम्मी के दूध मसल रही थी और मम्मी मेरे दूध मसल रही थी, तभी दीपक और पापा के धक्के पूरी मस्ती मे मेरी और मम्मी की गांड मे

पड़ने लगे और हम दोनो रंडियो ने एक दूसरे को खूब कस कर दबोचते हुए अपनी अपनी चूत का पानी छ्चोड़ना शुरू कर दिया तभी पापा ने अपना गरम गरम वीर्य मेरी गुदाज गांड मे पूरा भर दिया और उधर दीपक ने मम्मी की मोटी गांड मे अपना वीर्य छ्चोड़ कर उनकी गांड की गहराई मे अपने लंड को पूरा दबा दिया,

उस रात पापा और दीपक ने हम सास बहू की दो बार और खूब तबीयत से चुदाई की और पूरी रात रंडियो की तरह दोनो बाप बेटो ने मिल कर हमे दबोचा चोदा और हमारा रस पिया,

एक दिन मैं और पापा दोनो मार्केटएमई घूम रहे थे कि अचानक मुझे वही आदमी नज़र आ गया जिसने मेरा बलात्कार करने की कोशिश की थी, मैने इशारे से पापा को बताया तो पापा ने कहा कि उसे पोलीस के हवाले करे क्या मैने कहा अब रहने दो लेकिन चलो उससे थोड़ी बात करते है, मैं और पापा उसके पास पहुचे,

और मैने उससे कहा कहो भैया क्या हाल है आपके,

उसने मुझे गौर से देखा और कहा बहन जी मैने आपको पहचाना नही,

हीना- हस्ते हुए, भैया आपकी वजह से ही आपकी बहन आज मस्त शादी शुदा जिंदगी जी रही है, सच भैया

आपका मुझ पर बड़ा अहसान है बस इतना कह कर मैं और पापा वहाँ से हस्ते हुए चल दिए और वह काला आदमी अपना मूह फाडे हमे देखता रह गया शायद वह समझ नही पाया कि उसने मेरे उपर कब और कौन सा एहसान किया है, बस इतना ज़रूर था कि वह कुच्छ दिन तक यह सोच कर परेशान रहेगा कि इतना मस्त माल कौन था और मैने उस पर क्या एहसान किया था और कब किया था..

———-समाप्त———–

मेरे परिवार की महा चुदाई गाथा यही समाप्त होती है.. उम्मीद है आपको ये hindi xxx story पसंद आई हो..

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